Safety and Precaution(सुरक्षा एवं सावधानियाँ)
सुरक्षा एवं सावधानियाँ
फिटर ट्रेड थ्योरी परिचय:- बड़े-बड़े उद्योगो व कारखानों में मशीनोें के निर्माण के दौरान विभिन्न प्रकार के कारीगरों की आवश्यकता होती है जिसमें फिटर की अच्छी भुमिका होती है। फिटर एक ऐसा निपुण कारीगर होता है जो मशीनों के पूर्जो को इस प्रकार फिट करने में सक्षम होता है कि मशीन स्वतन्त्रता पूर्वक घूम सके।एक फिटर द्वारा प्रयोग की जाने वाली मशीनें जैसे- लेथ मशीन, ड्रिल-मशीन,प्लेनर, ग्राइडंर, पावर-हैक्सा, वैल्डिंग मशीन तथा मिलिंग मशीन आदि।
फिटर द्वारा निम्नलिखित दस्ती कार्य किए जाते है। जैसेः- सभी सामाान्य दस्ती औजारों का प्रयोग, हैक्साइंग, फाइलिंग, ग्राइण्डिंग, कटिंग, चिपिंग, रीमिंग, थ्रेडिंग, टैपिंग, रिवटिंग, ग्रिसिंग तथा मशीनों की असैम्बलिंग आदि।
एक फिटर को अन्य महत्वपूर्ण कार्यों का भी प्रशिक्षण दिया जाता है जो जीवन में हमेषा काम आते है। जैसेः- शीट मैटल कार्य, डाई बनाना, लोहारगीरी, ऊष्माउपचार, धातु विज्ञान तथा वैल्डिंग करना आदि। ये सभी फिटर के लिए उŸाम गुण है।
फिटर के प्रकार:- बैंच फिटर, डाई फिटर, आ़ॅटो फिटर, मशीन फिटर, खान फिटर, मैंटिनैंस फिटर, पाइप फिटर, विद्युत फिटर, टरबाइन फिटर, लोकोमेटिव फिटर, असैम्बली फिटर, पैट्रोलव डिजल फिटर।
Safety and Precaution
- कारखानों में आग लगने के कारण:- विस्फोटक वा ज्वलनशील पदार्थों से बिजली के ढीले तारों से धूम्रपान करने से विजली के तारों पर ज्यादा लोड पड़ने से
- आग के प्रकार:- बिजली से आग लकड़ी से आग तेल से आग गैस से आग बिजली द्वारा आग:- जो आग बिजली के यन्त्रों व उपयोंग से लगती है उसे (सी.टी.सी.) अग्निशामक यंत्र का प्रयोग करके बुझाई जाती है। यह आग श्रेणी डी0 प्रकार की है।
- लकड़ी द्वारा आग:- जो आग ठोस वस्तु जैसे सुखी लकड़ी , लकड़ी तथा पत्थर के कोयले से उत्पन्न होती है, इसे बुझाने के लिए पाली मिट्टी या रेत का प्रयोग करते हैं । या आग श्रेणी ए0 प्रकार की है।
- तेल से आग:- तेलीय पदार्थों से लगी आग को तेलरय आग कहते है। यह आग श्रेणी बी प्रकार की है। इसे बंझाने के लिए फोम, सुखा पाउडर, रेत का प्रयोग करना चाहिये।
- गैस से आग:- जो आग कैस के द्वारा जलती है उसे गैसीय आग कहते हैं इसे बुझाने के लिए सुखा चूर्ण वाला शामक प्रयोग करना चाहिये। इस आग को श्रेणी सी0 में रखाते है।
- अग्निशामक के प्रकार
- फोम अग्निशामक:- इस साधन का प्रयोग बी0 श्रेणी की आग बुझाने के लिए किया जाता है। यह कारट्रिज व स्टोर प्रकार दो प्रकार की होती है। इसको बहते तरल पदार्थ की आग बुझाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है।
- कार्बन डाई आक्साइड अग्निाशामक:- इस अग्निशामक उपकरण का प्रयोग प्रायः बी0 श्रेणी की आग को बुझाने के लिए किया जाता है इसमें डिस्चार्ज लगा होता है। खुली हवा मेें इनका प्रयोग अनुचित है।
- पानी से भरा हुआ अग्निशामक:- स्टोर्ड प्रैशर टाईप अग्निशामक , गैस कारटरीज टाईप अग्निशामक स्टोर्ड प्रेशर टाइप अग्निशामक में गैस को भण्डारित किया जाता है तथा गैस कारटरीज टाईप मेें गैस तैयार होती है।
- सूखा चूना अग्निशामक:- इन अग्निशामक उपकरण का प्रयोग सी0 श्रेणी की आग बुझाने के लिए किया जाता है। यह आग प्रायः गैसों के कारण लगती है। यह पानी से भरे अग्निशमक जैसे ही होते है। यह सुखे पाऊडर के साथ फिट होते है। यह भी स्टोर प्रेशर तथा कारटीज टाइप में होते है।
- हैलोन अग्निशामक:- इस अग्निशामक उपकरण का प्रयोग बिजली की आग बुझाने में किया जो है। यह आग प्रायः डी0 श्रेणी में आती है। इस उपकरण में (ठण्ब्ण्थ्ण्द्ध ;ब्ण्ज्ण्ब्ण्द्ध नामक रासायनिक पदार्थ शामिल होता है। यह भी स्टोर प्रैशर या कारटरीज टाईप में भी होते है।
- आग का वर्गीकरण:- ईधन
- श्रेणी ए0 आग:- ए0 श्रेणी की आग हमेशा सुखी लकड़ी, कपड़े और कागज और कई अन्य ठोस पदार्थो से जलती है। बुझाना:- इस आग को पानी के तेज फव्वारों से आग के नीचले हिस्से काबू पाया जा सकता है।
Safety and Precaution
श्रेणी बी0 आग:- बी0 श्रेणी की आग हमेशा अधिक ज्वलनशील और गलनीय पदार्थो से उत्पन्न होती है और ठोस वस्तुओं से लगती हैं ।श्रेणी सी0 आग:- ईंधन सी0 श्रेणी की आग गैसों और द्रवित वस्तुओं से फैलती हैं।श्रेणी डी0 आग:- बिजली के किसी उपकरण या तारों के करेंट से लगने वाली आग को डी0 श्रेणी में रखते है।
आग बुझाने के तत्व(fire extinguishers)
- कार्वोनेशियस फायर – पानी, सोडा, एसिड एक्स्टींग्यूशर
- आॅॅयल फायर – फोम फायर एक्स्टींग्यूशर
- इलेक्ट्रिकल फायर – सी. टी. फायर एक्स्टींयूशर
- सोडा एसिड एक्स्टींग्यूशर – कार्बोनेशियस फायर बुझाने के लिए
- फोम एक्स्टींग्यूशर – आॅयल फायर बुझाने के लिए
- सी. टी. सी. एक्स्टींग्यूशर – इलेक्ट्रिकल फायर बुझाने के लिए
- ड्राई केमिकल एक्स्टींग्यूशर – इलेक्ट्रिकल फायर बुझाने के लिए

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